Thursday 22 September 2016

Dosti chutkule हिन्दी चुटकुले in hindi

Dosti chutkule in hindi 



* टिंकू ( बुद्धू से )- बुद्धू, किसी चीज का लंबा-सा नाम बताओ |
बुद्धू- रबड |
टिंकू - यह तो बहुत छोटा हैं |
बुद्धू - लेकिन इसे खींचकर जितना चाहे लंबा कर सकते हैं 


* दो महिलाएं कुछ समय बाद मिलीं तो एक ने पूछा - बहन आपने राजू बेटे का उंगली चूसना कैसे छुडाया ?
दूसरी महिला- कुछ खास नहीं उसकी नेकर ढीली सिल दी हैं , वह उसे ही पकडे रहता हैं | 


* एक दोस्त, अपने दोस्त से,
यार मैँ अपनी गर्ल फ्रेँड को उसके जन्मदिन पर क्या गिफ्ट दूँ
दूसरा दोस्त-मेरा मोबाइल नँबर दे दे 


* कमलेश (मित्र से श्याम से ) - यार मेरी पत्नी तो एकदम पागल है | हमेशा साड़ियों की ही फरमाइश करती रहती हैं | परसों एक साड़ी लाने को कह रही थी | आज सुबह
फिर एक साड़ी मांग रही थी |
श्याम - अजीब बात हैं | वह इतनी साड़ियों का क्या करती हैं ?
कमलेश - पता नहीं | मैंने कभी साड़ी लाकर तो दी नहीं | 


* शीला (सहेली मीना से ) - मेरे पति बहुत ही सीधे हैं | मेरे अलावा किसी किसी की ओर आंखे उठाकर भी नहीं देखते हैं |
मीना - मेरे पति तेरे पति से चार कदम आगे हैं | पराई औरत तो क्या , मेरी तरफ भी आंख उठाकर नहीं देखते | 


* दो औरतें आपस में बातें करती हैं |
पहली - आज मेरे पति का जन्म दिन हैं | समझ में नहीं आता कि उन्हें क्या उपहार दूं ?
दूसरी महिला - " तलाक दे दो " 


* एक व्यक्ति ने अपने मित्र से पूछा - पत्नी द्वारा तलाक दे दिये जाने के बाद, अब आपको बहुत तकलीफ रहती होगी ?
मित्र ने कहा - नहीं , अब तो मैं ज्यादा सुखी हूं .. पहले मुझे दो लोगों का काम करना पड़ता था, अब एक का ही करना पड़ता हैं | 


* एक भारतीय यात्री जब जापान पहुंचा तो उसके जापानी मित्र ने पहली बार उसे जापानी शराब पीने के लिए पेश की |
भारतीय यात्रा ने पहला घूंट भरा ही था कि अचानक दीवारें लड़खड़ाने लगीं | फर्श हिलने लगा | भारतीय यात्री घबराकर बोला - उफ ! यह बहुत तेज शराब हैं , पहले ही घूंट ने यह हाल कर दिया |
जापानी मित्र बोला - "फिक्र न क्रो दोस्त ! इस गड़बड़ की वजह शराब नहीं , भूकम्प हैं " 


* रविता ( सविता सहेली से ) - सुनील से मैं शादी नहीं कर सकती |
सविता - क्यों , क्या तुमने किसी लड़की के साथ देख लिया ?
रविता - नहीं , उसने मुझे दूसरे लड़के के साथ प्यार करते देख लिया | 


* मोहन - मेरी बीवी बढ़िया खाना नहीं बनाती यार |
सोहन - अरे , यार मैं जिस दिन चाहूं बढ़िया खाना बनवा लेता हूं |
मोहन - वो कैसे भाई .............. !
सोहन - उस दिन सुबह-सुबह शाम के सिनेमा शो के टिकट ले आता हूं | बस "